SPCL-2432-H : SHRAP
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Description :
अधूरे प्रेम के श्राप से शापित सोडांगी नागराज के प्रेम मे दीवानी है| इसी दीवानगी में कुछ खतरनाक गुंडों से लड़ती हुई सोडांगी बुरी तरह जख्मी हो जाती है| उसके उपचार के लिए उसे शैतान थोथ के पिरामिड मे ले जाया जाता है| यहाँ उसे मिलता है एक वरदान जिसके फल स्वरुप उसका विवाह नागराज से हो जाता है| लेकिन क्या उसका श्राप उसका पीछा छोड़ चुका है? या यह कोई माया है?
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